ऐसा कई बार होता है जब आप अपने वेब ब्राउज़र में किसी वैबसाइट के वेबपेज पर जाना चाहें और बदले में आपको “Page Not Found” 404 error status code या अन्य HTTP Response Status Code के Error दिखाई दें। इन संदेशों या Error Status Codes से पता चलता है कि सर्वर को क्या Problems हुई है और उन्हे ठीक कैसे कर सकते हैं।
Web developers इन Status Codes को समझकर अपनी वैबसाइट में बदलाव और परिवर्तन कर के उसे User के लिए उपयोगी बनाते हैं। HTTP Status Codes सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। वे आपकी वेबसाइट के हैल्थ के बारे में सटीक जानकारी देने के साथ-साथ User के Browser द्वारा Request किए गए Content से संबन्धित संभावित समस्याओं के बारे में भी बताते हैं।
इंटरनेट पर अब हिन्दी में हजारों लाखों वैबसाइटें अपना content पब्लिश कर रही हैं। ऐसे में HTTP Response status code Kya Hai Hindi Me विस्तार से समझ लेने से आप अपनी वैबसाइट को सर्च इंजन Crawling, Indexing और User Experience के लिए और बेहतर बना सकते हैं।
HTTP Kya Hai?
Hypertext Transfer Protocol (HTTP) वर्ल्ड वाइड वेब की नींव मनी जाती है। इसका उपयोग इंटरनेट के माध्यम से हाइपरटेक्स्ट लिंक का उपयोग करके वेब पेज लोड करने के लिए किया जाता है।
HTTP एक तरह का एप्लिकेशन लेयर प्रोटोकॉल होता है जिसे आपस में नेटवर्क से जुड़े उपकरणों के बीच सूचना स्थानांतरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब आप अपना वेब ब्राउज़र खोलते हैं तो अप्रत्यक्ष रूप से HTTP का ही उपयोग होता है।
ये HTTP (हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल) ही है जो इंटरनेट या वेब पर टेक्स्ट, इमेज, साउंड, वीडियो और अन्य मल्टीमीडिया फाइलों को ट्रांसफर करने के लिए नियमों का सेट माना जाता है। फिलहाल HTTP का सबसे नवीनतम संस्करण HTTP/2 है, जो मई 2015 में प्रकाशित हुआ था।
HTTP Response Kya Hai
जब किसी वेब ब्राउज़र द्वारा किसी वैबसाइट को दिखाने के लिए सर्वर से Request किया जाता है तो उसके बदले में सर्वर से कुछ प्रतिक्रिया या Response मिलता है।
वेब क्लाइंट या ब्राउज़र को HTTP request के उत्तर में इंटरनेट सर्वर से प्राप्त होने वाले इन्ही प्रतिक्रिया या Response को HTTP response कहा जाता है। इन HTTP Response के आधार पर हमें ब्राउज़र के द्वारा भेजी गई Request के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
साधारण रूप से किसी भी typical HTTP response में ये 3 चीज़ें शामिल होती हैं:
- An HTTP status code
- HTTP response headers
- Optional HTTP body
इस आर्टिक्ल में हम HTTP Response के स्टेटस कोड के बारे में हिन्दी में विस्तार से जानेंगे।
HTTP Response Status Code Kya Hai
HTTP Response status code किसी वेबसाइट के सर्वर द्वारा वेब ब्राउज़र को भेजा जाने वाला संदेश होता है जो ब्राउज़र को यह बताता है कि Request या अनुरोध पूरा किया जा सकता है या नहीं।
सभी HTTP status codes तीन अंकों (3-digit codes) के होते हैं जो यह बताते हैं कि है कि कोई HTTP अनुरोध (Request) सफलतापूर्वक पूरा हुआ है या नहीं। उदाहरण के लिए 404 Error Code ऐसे दिखाता है:
ये HTTP Status Codes W3C द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। वेब ब्राउज़र को उसके द्वारा भेजी गई Request के जवाब के लिए Status Codes को वेबपेज के HTTP header में ही Embedded किया जाता है।
वेब ब्राउज़र और सर्वर के बीच जब सब कुछ नियमों के अनुसार होता है तो सर्वर HTTP Status Code 200 रिटर्न करता है। हालाँकि, सर्वर के लिए ब्राउज़र के अनुरोध या Request को पूरा करने में कई तरह की दिक्कतें या गलतियाँ भी हो जाती हैं। इन्हे HTTP Status Codes के ERROR कहा जाता है।
उदाहरण के लिए 404 Error तब दिखता है जब ब्राउज़र एक ऐसे URL का अनुरोध करता है जिसे सर्वर ढूंढ नहीं पाता है।
इन स्टेटस कोड्स की पाँच श्रेणियां होती है। हर श्रेणी यह बताती है कि Error या गलती कहाँ हुई थी और वो Error क्या था।
HTTP Status Codes को 5 प्रकार का बताया जाता है:
- 1xx Informational
- 2xx Success
- 3xx Redirection
- 4xx Client Error
- 5xx Server Error
यहाँ “XX” का मतलब है 00 से लेकर 99 के बीच की संख्याएँ। उदाहरण के लिए 500 से लेकर 599 के बीच में जीतने भी HTTP Status Codes हैं वो Server Error से संबन्धित Codes हैं। ठीक वैसे ही नंबर ‘2’ से शुरू होने वाले सभी स्टेटस कोड सफलता का संकेत देते हैं।
HTTP Response स्टेटस कोडेस को ऐसे भी लिखा जा सकता है:
- Informational responses (100–199)
- Successful responses (200–299)
- Redirection messages (300–399)
- Client error responses (400–499)
- Server error responses (500–599)
अगर ब्राउज़र की Request के बदले ‘4’ या ‘5’ से शुरू होने वाले HTTP Code दिखाई देते हैं तो इसका मतलब है कि कोई Error या गलती हो गई है और वेबपेज प्रदर्शित नहीं किया जाएगा।
Important HTTP Response Status Codes Explained
वैसे तो सभी स्टेटस कोड आपकी साइट के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन कुछ महत्वपूर्ण स्टेटस codes होते हैंजो आपकी वैबसाइट के SEO के लिए बहुत खास होते हैं। ये ना सिर्फ Website health को समझने में मदद करते हैं बल्कि आपकी वैबसाइट के बारे में सर्च इंजन को अच्छे संकेत भी देते हैं।
यहाँ सभी महत्वपूर्ण HTTP Response Status Codes के बारे में जानकारी दी गयी है साथ ही में HTTP Status Code Errors को कैसे FIX करते हैं यह भी बताया गया है।
आइए अब सभी महत्वपूर्ण HTTP Response status code के बारे में एक-एक कर के विस्तार से हिन्दी में समझ लेते हैं।
महत्वपूर्ण HTTP Response Status Codes के बारे में हिन्दी में जानकारी:
100 Continue :
HTTP 100 Continue informational status response code हमें बताता है कि Request का प्रारंभिक भाग प्राप्त हो गया है और अभी तक सर्वर द्वारा अस्वीकार नहीं किया गया है।
इस Status कोड से पता चलता है कि है कि अब तक सब कुछ ठीक है और क्लाइंट को अपनी Request के साथ जारी रखना चाहिए या अगर Request पहले ही खत्म हो गई है तो इसे अनदेखा कर देना चाहिए।
100 (Continue) status का उद्देश्य request message भेजने वाले client को यह निश्चित करना है कि क्या origin server दिये गए request headers के आधार पर किसी Request को स्वीकार करने के लिए तैयार है।
इसके अलावा Server किसी Request के Headers को check करे इसके लिए Client को अपनी Initial Request के Header के रूप में Expect: 100-continue भेजना चाहिए। इसके बदले में Client को 100 Continue status code उत्तर में या Response में मिलता है। 100 Continue status code का Response मिल जाने के बाद ही कोई Client सर्वर को Request Body भेजता है।
NOTE- 1 से शुरू होने वाले सभी HTTP Status Codes सिर्फ Informational या सूचनात्मक होते हैं। ये कोई Error नहीं माने जाते। इसलिए इन्हे FIX करने या ठीक करने की कोई जरूरत नहीं होती।
101 Switching Protocols :
यह HTTP 101 (स्विचिंग प्रोटोकॉल) स्टेटस कोड बताता है कि सर्वर क्लाइंट के अनुरोध को समझता है और उसको पूरा करने के लिए तैयार है।
यह कोड क्लाइंट के Upgrade request header के जवाब में सर्वर के द्वारा भेजा जाता है और उस प्रोटोकॉल को इंगित करता है जिस पर सर्वर स्विच कर रहा है। इस 101 Switching Protocols HTTP Response Status code में सर्वर सिर्फ तभी प्रोटोकॉल स्विच करने के लिए सहमत होगा जब ऐसा करना फायदेमंद होगा।
उदाहरण के लिए, HTTP के पुराने की Version की तुलना में HTTP के नए संस्करण पर स्विच करना फायदेमंद हो सकता है।
103 Early Hints :
सर्वर द्वारा दिये जाने वाले HTTP responses में अक्सर ऐसे Links होते हैं जो user agent या ब्राउज़र को यह बताते हैं कि किसी वेबपेज को लोड करने के लिए किन Resources की जरूरत होगी।
सर्वर द्वारा Clients को 200 OK (or error) response दिये जाने से पहले इस 103 Early Hints HTTP Status Code भेजा जाता है। इस स्टेटस कोड में सर्वर ब्राउज़र को यह बताता है कि वेब पेज को पूरी तरह से Render करने के लिए किन Resources की आवश्यकता होगी।
103 Early Hints HTTP Status Code से वेबपेज के लोड होने की स्पीड बढ़ जाती है और perceived latency भी कम होती है।
200 OK :
200 OK HTTP Status Code Successful Responses के अंतर्गत आते हैं। सर्वर 200 स्टेटस कोड, या 2xx रेंज के भीतर किसी भी कोड को तभी भेजते हैं जब सर्वर और क्लाईंट के बीच सभी Process सही से काम कर रही होती हैं।
यह एक सफल HTTP request के लिए standard “OK” status code माना जाता है। ये बताता है कि सभी Requested डेटा वेब सर्वर पर मौजूद हैं और Client या ब्राउज़र को भेज दिया गया था। इंटरनेट Users आमतौर पर इस कोड को नहीं देख पाते हैं।
NOTE- 200 से 299 तक के सभी HTTP Status Codes सर्वर द्वारा Successful Responses के तौर पर भेजे जाते हैं। ये कोई Error नहीं माने जाते। इसलिए इन्हे FIX करने या ठीक करने की कोई जरूरत नहीं होती।
201 Created :
201 Status Code बताता है कि Client की Request Successful हो गई है और नए Resources भी बन गए हैं। 201 response payload बनाई गई नयी Resources से लिंक भी करता है।
202 Accepted :
यह HTTP status Code संदेश देता है कि ब्राउज़र या Client की Request प्राप्त हो गई है लेकिन अभी तक उसे पूरी तरह से Process नहीं किया गया है।
इस 202 HTTP status Code से यह भी पता चलता है कि Request पूरी हो भी सकती है और नहीं भी। Request कि Processing के समय भी इसे Disallow किया जा सकता है।
203 Non-Authoritative Information :
इस Status कोड का अर्थ है कि Client को भेजा गया मेटाडेटा बिल्कुल वैसा ही नहीं है जैसा कि Origin सर्वर पर उपलब्ध था। बल्कि इस enclosed payload में दूसरी ट्रांसफॉर्मिंग प्रॉक्सी द्वारा संशोधन या बदलाव किया गया है।
204 No Content :
इस 204 Status कोड का अर्थ है कि सर्वर ने अनुरोध या Request को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और Response बॉडी में कोई और Content नहीं भेजना है।
एक 204 response by default Cacheable होती है।
204 response एक सर्वर को यह Indicate करने के लिए Allow करता है कि target resource पर Request का एक्शन सफलतापूर्वक Apply हो गया है।
205 Reset Content :
यह Status Code User Agent या ब्राउज़र को Request भेजने वाले Document को रीसेट करने के लिए संदेश देता है।
यह स्टेटस कोड तभी भेजा जाता है जब सर्वर द्वारा Request को पूरा किया जा चुका होता है। 205 स्टेटस कोड का तात्पर्य है कि अब कोई अतिरिक्त कंटैंट नहीं भेजा जाएगा।
206 Partial Content :
इस स्टेटस कोड ( 206 Partial Content) का उपयोग तब किया जाता है जब क्लाइंट रेंज हेडर को Request के सिर्फ एक हिस्से को Show करने के लिए भेजा जाता है।
इसमें सर्वर Target Resource का सिर्फ एक हिस्सा ही Range Request के रूप में ट्रान्सफर करता है। उदाहरण के लिए:
300 Multiple Choices :
जैसा कि पहले बताया जा चुका है कि 3 से शुरू होने वाले सभी Status Codes Redirection Messages के रूप में होते हैं। कोई भी सर्वर 300 Multiple Choices Response स्टेटस कोड तभी भेजता है जब Request किए गए target resource का एक से ज्यादा Representation संभव हो।
अलग-अलग Response या Representation में से User Agent कोई एक चुन सकता है। हालांकि सर्वर द्वारा दिये गए Response में से किसी एक को चुनने के लिए कोई Standard तरीका उपलब्ध नहीं है।
301 Moved Permanently :
इस स्टेटस कोड का मतलब है कि Request किया गया वेबपेज या URL स्थायी रूप से बदल दिया गया है। भविष्य में Target किए गए Resource के बदले संलग्न (Enclosed) किए गए URL का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
अगर कोई उपयोगकर्ता आपकी वैबसाइट के किसी वेबपेज के पुराने URL पर जाने की कोशिश करता है, तो यह 301 HTTP Status Code उसे नए यूआरएल पर Point कर देगा।
How To Fix HTTP 301 Permanent redirect:
अगर आपने किसी URL को बादल दिया है तो उसे 301 HTTP status error से बचाने के लिए 301 redirect के माध्यम से नए URL से लिंक कर देना चाहिए।
यदि आप 301 रीडायरेक्ट जोड़ने के बिना किसी वेब पृष्ठ के URL को स्थानांतरित करते हैं, तो पुराने यूआरएल पर जाने की कोशिश करने वाले Users को 404 Error देखने को मिलेगा। इसके अलावा अगर आप 301 HTTP status के माध्यम से नए URL से लिंक करते हैं तो उसे नए URL को लिंक से मिलने वाला पूरा फायदा मिल जाएगा।
302 Found :
302 HTTP status Code ब्राउज़र को बताता है कि Request किया गया वेबपेज मिल गया है, लेकिन एक अलग URL पर मौजूद है।
इस status कोड का अर्थ है कि Request किया गया Resource का URI अस्थायी रूप से बदल दिया गया है और अब किसी दूसरे URL पर चला गया है।
302 Found से यह भी पता चलता है कि Temporarily बदला गया URL भविष्य में फिर से बदला जा सकता है।
इस स्टेटस कोड का उपयोग इसलिए किया जाता है ताकि Client भविष्य में बदले गए URI के स्थान पर effective request URI का उपयोग करे। अस्थायी रूप से URL बदले जाने के बाद ब्राउज़र सर्वर से उस नए URL का अनुरोध करता है।
वैसे इस स्टेटस कोड के स्थान पर 301 Redirects का इस्तेमाल ज्यादा सही माना जाता है।
303 See Other :
इस Redirection Message स्टेटस कोड से पता चलता है कि सर्वर वेब ब्राउज़र या यूसर एजेंट को किसी दूसरे Resource पर Redirect कर रहा है।
इसका उद्देश्य किसी original request के लिए indirect response तक ले जाना होता है।
304 Not Modified :
Caching के लिए इस्तेमाल होने वाले इस स्टेटस कोड का इस्तेमाल किसी क्लाईंट या ब्राउज़र को यह बताने के लिए किया जाता है कि Response को संशोधित या Modified नहीं किया गया है, इसलिए क्लाइंट Response के उसी Cached Version का उपयोग करना जारी रख सकता है।
इस 304 response का उद्देश्य Client और सर्वर के बीच सूचना के ट्रान्सफर को Minimize या कम करना होता है।
अगर वेब ब्राउज़र के पास पहले से ही Cached Resources हैं तो उन्हे दोबारा लोड करने की जरूरत नहीं होती। इससे वेबपेज के लोड होने में कम समय लगता है जो सीधे तौर पर SEO में मदद करता है।
307 Temporary Redirect :
इस स्टेटस कोड को Temporary Redirect कहा जाता है। इस स्टेटस कोड के माध्यम से सर्वर Client को यह बताता है कि Target Resource किसी दूसरे URI पर अस्थायी रूप से मौजूद है।
इससे यह भी पता चलता है कि User Agent अपने Request Method को बदलना नहीं चाहिए। उसे वही Request Method इस्तेमाल करना चाहिए जो पहले के Request में इस्तेमाल किया गया था।
308 Permanent Redirect :
यह HTTP Status Code Permanent Redirect के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब होता है कि Resource अब स्थायी रूप से किसी दूसरे URL पर चला गया है।
इस Resource के लिए भविष्य में होने वाले किसी भी Reference के लिए साथ में Enclosed URL का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
400 Bad Request :
यह HTTP Status Response Code क्लाईंट द्वारा invalid syntax भेजने पर मिलता है।
यह कोड बताता है कि सर्वर ब्राउज़र के Request या अनुरोध को नहीं समझ सका। यह malformed request syntax, Missing Data, invalid request message framing, या deceptive request routing जैसे client error के कारण सर्वर Request को Process नहीं कर पाएगा।
How To Fix 400 Bad Request:
किसी वेबपेज का malformed या खराब URL 400 Bad Request error का सबसे आम कारण माना जाता है। इसलिए इस Error को फिक्स करने के लिए अपनी URL में typing या syntax errors चेक करने चाहिए।
लंबे URL के लिए, एक ऑनलाइन URL एन्कोडर का उपयोग भी किया जा सकता है। ये अपने आप ही आपके URL में non-ASCII characters या invalid characters को ढूंढ लेता है।
इसके अलावा 404 Bad Request Error को फिक्स करने के लिए इन तरीकों का इस्तेमाल करें:
- Check your internet connection
- Clear browser cookies
- Clear DNS Cache
- Compress the file
- Deactivate browser extensions
401 Unauthorized :
यह response code तब भेजा जाता है जब ब्राउज़र या Client अपने आप को सर्वर के सामने Authenticate नहीं कर पाता। सर्वर किसी User Agent को requested response भेजने से पहले उसके प्रमाणीकरण की जांच करता है।
अगर ये Authentication Failed हो जाए या ब्राउज़र द्वारा दिया ना जा सके या unverified request हो तो सर्वर 401 Unauthorized कोड भेजता है।
एक 401 Unauthorized कोड आपके वेब ब्राउज़र में कई तरह से दिख सकता है जैसे:
- HTTP 401 Error – Unauthorized
- 401 Unauthorized
- Access Denied
- Error 401 Unauthorized
How To Fix a 401 Unauthorized Error?
जब आप 401 Unauthorized Error देखते हैं तो सबसे पहले आपको यह चेक करना चाहिए कि आपने अपने ब्राउज़र में सही URL टाइप किया है या नहीं।
नीचे दिये गए Methods से आप आसानी से 401 Unauthorized Error को ठीक कर सकते हैं:
- Check the URL.
- Log out and log in again
- Clear Your firewall and Browser’s Cache
- Flush Your DNS
- Deactivate Your WordPress Plugins
- Check the WWW-Authenticate Header Response.
- Reload the page.
- Check with your hosting provider
402 Payment Required :
402 स्टेटस कोड या प्रतिक्रिया भविष्य में उपयोग के लिए Reserved किया गया था। हालांकि इस HTTP Status कोड का उपयोग बहुत ही कम किया जाता है और इसके लिए कोई मानक Convention मौजूद नहीं है।
इस स्टेटस कोड में संभावना रहती है कि वेब पेज को दोबारा लोड करने से यह समस्या ठीक हो जाती है।
403 Forbidden :
यह स्टेटस कोड बताता है कि Client को Request किए गए Content को Access करने का अधिकार नहीं है। 403 Forbidden Status Code में सर्वर Request को समझता है लेकिन उसे Authorized करने से मना कर देता है।
इस स्टेटस कोड में सर्वर को Client की पहचान पता होती है। यह तब होता है जब User Agent के पास जरूरी Permission नहीं होती है।
How To Fix 403 Forbidden Error:
- अगर आपकी .htaccess file corrupt हो गई हो तो उसे डिलीट कर के नई फ़ाइल बना लें।
- File और Directory Permissions को Reset कर के देखें। कभी-कभी इनके Incorrect Permission से भी 403 Error मिलता है।
- अपने WordPress Plugins को Disable कर के देखें। incompatible या faulty plugin के कारण भी 403 Error हो जाता है।
- साइट का Malware Scan करें।
- अगर ऊपर दिये गए तरीकों से भी बात ना बने तो Website से Permission के लिए आप सीधे संपर्क कर सकते हैं।
404 Not Found :
404 error एक HTTP status code है जिसका मतलब है जो वेबपेज आप देखना चाहते हैं वो सर्वर पर उपलब्ध नहीं है। ब्राउज़र में, इस कोड का अर्थ है कि URL पहचाना नहीं गया है।
यह 4xx status codes में सबसे ज्यादा दिखने वाला स्टेटस कोड है। SEO के नजरिए से देखा जाए तो जिस वैबसाइट पर ढेर सारे 404 Error होते हैं वो Google के सर्च रिजल्ट्स में नीचे चली जाती है। इस कोड से यह भी पता चलता है कि साइट को अच्छे से Maintain नहीं किया गया है।
404 Not Found User Experience के लिए भी बुरा संकेत है।
आप अपनी साइट के 404 errors को Google Search Console के माध्यम से निगरानी कर सकते हैं।
How To Fix 404 Not Found Error:
- ये ध्यान रखना चाहिए कि जिन Pages पर 404 Error आता है वे साइट की robots.txt फ़ाइल द्वारा ब्लॉक ना किए गए हों।
- अगर आप किसी वेबपेज को डिलीट कर चुके हैं और उसके बदले में कोई Replacement या Equivalent पेज नहीं है तो बेहतर है कि 404 Error मिले। इससे आपकी साइट की indexing या ranking पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
अगर ऊपर दिये गए Conditions के अलावा 404 Error आए तो ये तरीके अपनाएँ:
- जब आप अपने वेबपेजों को Move करें तो उन्हे Redirect करना ना भूलें। अपने लिंक्स को हमेशा अपडेट रखें।
- अपने deleted Pages के लिए निश्चित करें कि वे 410 HTTP status code ही Return करें।
- Check करें कि URL सही टाइप किया गया हो।
- अगर URL ठीक को तो जब तक कि आपको कुछ न मिल जाए URL Directory में एक लेवेल ऊपर जाते रहें।
- अपने browser cache को क्लीन करें।
- अगर कोई वैबसाइट आपके नेटवर्क के अलावा दूसरे नेटवर्क पर उपलब्ध है तो अपने DNS servers को बदलकर देखें।
- अगर ऊपर दिये गए Methods से बात ना बने तो वैबसाइट से सीधे संपर्क करें।
- अपने वेबपेज को Restore करें: अगर आपके द्वारा हटाए गए किसी वेबपेज पर अभी भी बहुत अधिक मांग है और Users के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है तो आप उस वेबपेज को फिर से Restore करने पर विचार कर सकते हैं।
- आप चाहें तो 404 Error के लिए Custom 404 Page भी बना सकते हैं।
405 Method Not Allowed :
इस स्टेटस कोड का मतलब है कि request method सर्वर को ज्ञात है लेकिन Target किया गया Resource उसे सपोर्ट नहीं करता।
406 Not Acceptable :
सर्वर इस स्टेटस कोड को तब भेजता है जब उसे ऐसा कोई Content नहीं मिलता जो User एजेंट द्वारा दिए गए मानदंडों के अनुरूप हो। इसमें target resource के पास Content का कोई ऐसा Representation नहीं होता जो user agent को Acceptable हो।
407 Proxy Authentication Required :
इस स्टेटस कोड में सर्वर चाहता है कि Client का authentication किसी प्रॉक्सी के द्वारा हो। बाकी सब 401 Unauthorized स्टेटस कोड कि तरह ही होता है।
407 में क्लाइंट को प्रॉक्सी का उपयोग करने के लिए स्वयं को प्रमाणित करने की आवश्यकता होती है।
408 Request Timeout :
408 Request Timeout Status Code का मतलब है कि सर्वर को समय के भीतर Client या ब्राउज़र से complete request message नहीं मिला।
यहाँ ध्यान देने कि बात है कि कुछ सर्वर इस संदेश को भेजे बिना ही कनेक्शन बंद कर देते हैं। कभी-कभी कुछ सर्वर User Agent को “close” connection option मैसेज भेजते हैं।
409 Conflict :
सर्वर द्वारा 409 Conflict Response तब भेजी जाती है जब कोई Request सर्वर की वर्तमान स्थिति के साथ विरोध या Conflict करता है।
इस HTTP Status Code के मुताबिक Target Resource की वर्तमान स्थिति के साथ Conflict होने के कारण USER AGENT की REQUEST पूरा नहीं की जाती है।
इस 409 Conflict स्टेटस कोड का इस्तेमाल उन स्थितियों या Situations में किया जाता है जहां User इस Conflict को हल करने और Request को फिर से सबमिट करने में सक्षम होता है।
410 Gone :
यह स्टेटस कोड सर्वर द्वारा तब भेजा जाता है जब अनुरोधित सामग्री (requested content) सर्वर से स्थायी रूप से हटा दी जाती है और जिसमें कोई forwarding address भी नहीं होता है।
इस स्थिति में Clients से यह अपेक्षा की जाती है कि वो Cache डाटा को हटा दें।
410 Response मुख्य रूप से User को यह सूचित करके कि Resource जानबूझकर अनुपलब्ध कराया गया है, web maintenance के कार्य में सहायता करता है।
इस स्टेटस कोड से जो Content या Resource Delete किया गया है उसे बताने के लिए APIs बाध्य नहीं होते।
411 Length Required :
यह स्टेटस कोड response बताता है कि सर्वर ने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया क्योंकि Content-Length header field defined नहीं है।
411 Error कैसे फिक्स करें: इस HTTP Error को fix करने के लिए Client को दोबारा से valid Content-Length header field के साथ सर्वर से Request करनी चाहिए।
412 Precondition Failed :
मान लीजिये आपका ब्राउज़र (Client) किसी सर्वर पर request header fields के साथ कुछ Preconditions भी लगा देता है जिन्हे सर्वर पूरा नहीं करता है। ऐसे में ये शर्तें या Preconditions सर्वर पर सही से Evaluate नहीं हो पाती।
कभी-कभी Client को अपनी शर्तें या Preconditions बदलने से आसानी से Request Resources मिल जाते हैं।
413 Payload Too Large :
यह Status Code तब आता है जब बहुत बड़ी फ़ाइल या Resource की मांग की जाती है जिसे सर्वर पूरा करने में सक्षम नहीं होता।
सर्वर इस Request को Process करने से माना कर देते हैं क्योंकि request payload या Entity सर्वर की क्षमता से बड़ा होता है या सर्वर उस साइज़ के Resources को प्रोसैस नहीं करना चाहता।
अगर ये स्थिति अस्थायी है तो सर्वर Client को header field के आगे Retry का मैसेज भेज देता है।
414 URI Too Long :
414 Response Status Code का मतलब है कि क्लाइंट द्वारा अनुरोध किया गया URI सर्वर द्वारा INTERPRET करने की क्षमता से से अधिक लंबा है।
ऐसी श्तिती में client को अपने URL में टाइप किए गए पते को सही चेक कर लेना चाहिए।
415 Unsupported Media Type :
जब Client द्वारा Request किए गए डाटा का Media Format सर्वर सपोर्ट नहीं करता तो वह Request को Reject कर देता है।
यह Error या Format की दिक्कत Request के indicated Content-Type या Content-Encoding के कारण होती है।
416 Range Not Satisfiable :
Client द्वारा अपने Request की Range header field में Specified की गई Range सर्वर द्वारा जब पूरी नहीं की जा सकती तो 416 Range Not Satisfiable Status Response Code आता है,
यह संभव हो सकता है कि Range की साइज़ Target URI के डेटा के आकार से बाहर हो।
417 Expectation Failed :
इस Response Code का अर्थ है कि Expect request header field expectation को सर्वर द्वारा पूरा नहीं किया जा सकता है।
इसमें किसी एक Inbound सर्वर के द्वारा भी अगर ये Expectation पूरी नहीं की जा सकती तो 417 Error मैसेज मिलता है।
422 Unprocessable Entity :
यह स्टेटस कोड बताता है कि सर्वर request entity को समझता है और request entity का सिंटैक्स भी सही है लेकिन Request में मौजूद Instructions को Process करने में सर्वर सक्षम नहीं है।
यह स्टेटस कोड semantic errors के कारण भी हो सकता है।
425 Too Early :
अगर सर्वर को फिर से दोबारा किसी Request को प्रोसैस करना हो तो वो ऐसी request की प्रोसेसिंग को माना कर सकता है।
426 Upgrade Required :
कभी-कभी सर्वर Client को अपने Protocol को Upgrade करने के लिए कहता है क्योंकि वो Client के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले Protocol के आधार पर Request को Process नहीं कर सकता।
इस स्थिति में सर्वर अपने Client को 426 response में Upgrade header भेजता है जो बताता है किस प्रोटोकॉल का इस्तेमाल Client द्वारा किया जाना चाहिए।
428 Precondition Required :
428 Precondition Required Error Code के माध्यम से सर्वर बताता है कि Request को conditional होना पड़ेगा।
इस स्टेटस कोड का उपयोग करने वाली Responses को यह बताना होता है कि Request को सफलतापूर्वक कैसे सबमिट किया जाए।
429 Too Many Requests :
इस Error कोड से Client को पता चलता है कि उसने सर्वर को एक निश्चित समय (“rate limiting”) में ढेर सारी Request भेज दी हैं।
इस error से Retry करने से या Request को अलग-अलग करने से बचा जा सकता है।
431 Request Header Fields Too Large :
किसी Request के header fields को बहुत ज्यादा बड़ा होने के कारण जब सर्वर Request को प्रोसैस करने से माना कर देता है तो 431 HTTP Status Code आता है।
Client request header fields की साइज़ को कम करने के बाद अपनी Request को दोबारा Submit कर सकता है।
451 Unavailable For Legal Reasons :
यह स्टेटस कोड बताता है कि User एजेंट ने ऐसे Resource का अनुरोध किया है जो कानूनी रूप से प्रदान नहीं किया जा सकता। उदाहरण के लिए किसी सरकार द्वारा सेंसर किया गया वेब पेज।
451 Error Code के तहत इस प्रकार की कानूनी मांग ज़्यादातर ISP और सर्च इंजन के संचालन को सीधे प्रभावित करती है।
500 Internal Server Error :
जब सर्वर को एक ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है जिसे वह नहीं जानता कि कैसे संभालना है तब 500 Internal Server Error कोड Client को भेजा जाता है।
500 Internal Server Error क्यों होता है और इसे कैसे Fix करें?
ज़्यादातर code या database में Error होने के कारण ये 500 Error होता है। वेब डेवलपर्स को आमतौर पर 500 Error Code के कारण को निर्धारित करने के लिए सर्वर लॉग को चेक करना पड़ता है कि समस्या कहां से आ रही है।
इस स्टेटस कोड में समस्या क्यों हुई, इसके बारे में कोई विशेष स्पष्टीकरण नहीं होता है। इसलिए इसे Generic टाइप का Error माना जाता है।
501 Not Implemented :
जब Client द्वारा दिये गए request method को सर्वर सपोर्ट नहीं करता और Recognize नहीं कर पाता है तो 501 Error Code भेजा जाता है।
502 Bad Gateway :
Client Request को पूरा करते समय जब सर्वर gateway या Proxy की तरह काम करता है और उसे Inbound सर्वर से Invalid Response मिलता है तो 502 Bad Gateway मैसेज आता है।
503 Service Unavailable :
ब्राउज़र के Request करने के समय अगर सर्वर उपलब्ध नहीं होता है तो 503 स्टेटस कोड मिलता है। 503 Error Code का इस्तेमाल server maintenance की अवधि में किया जाता है।
कभी-कभी सर्वर में temporary overloads के कारण भी ये Error कोड आ जाता है। ऐसी स्थिति में Clients को थोड़ी देर बाद सर्वर को Access करना चाहिए।
504 Gateway Timeout :
यह Response सर्वर द्वारा तब भेजा जाता है जब सर्वर Gateway की तरह काम कर रहा होता है और उसे समय से Response नहीं मिलता।
सर्वर को अपने upstream server से Timely Response नहीं मिलने पर Refresh या थोड़ी देर बाद try करना चाहिए।
505 HTTP Version Not Supported :
Request में इस्तेमाल किए गए HTTP Version को जब सर्वर Support नहीं करता तब 505 Error कोड आता है।
इससे बचने के लिए Client को सर्वर द्वारा supported HTTP Version का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
506 Variant Also Negotiates :
सर्वर में internal configuration error होने से यह होता है। जब chosen variant resource को कुछ इस तरह से Configure किया जाता है कि वो खुद ही content negotiation में संलग्न हो जाए या Engage हो जाए तो 506 Error कोड दिखाई देता है।
507 Insufficient Storage :
यह विशेष रूप से एक server-side error होता है। आपके कम्प्युटर या स्टोरेज में पर्याप्त स्पेस या जगह नहीं होने पर आपके द्वारा लोड किया जाने वाला पेज Render नहीं हो पाता।
How we fix 507 insufficient storage error
- अपने होस्टिंग पैकेज को अपग्रेड करें और वेबसर्वर में कुछ स्टोरेज Resources जोड़ें।
- अपनी वेबसाइट की मेमोरी लिमिट बढ़ाएं।
- आप चाहें तो वेबसाइट पर पोस्ट और Content की संख्या को कम भी कर सकते हैं।
- अपनी वेबसाइट और डेटाबेस को ऑप्टिमाइज़ करें।
508 Loop Detected :
किसी Client request को प्रोसैस करते समय जब सर्वर को infinite loop का पता चलता है तो सर्वर उस Request ऑपरेशन को समाप्त कर देता है। ऐसी स्थित में 508 Loop Detected Error आता है।
यह स्टेटस कोड बताता है कि कि पूरा ऑपरेशन विफल रहा।
510 Not Extended :
सर्वर को जब किसी Client Request को प्रोसैस करने के लिए और ज्यादा extensions की आवश्यकता होती है तो यह स्टेटस कोड संदेश आता है।
इस स्थिति में सर्वर को क्लाइंट के लिए एक Extended Request जारी करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी वापस भेजनी चाहिए।
511 Network Authentications Required :
यह स्टेटस कोड बताता है कि क्लाइंट को नेटवर्क एक्सेस प्राप्त करने के लिए स्वयं को प्रमाणित करने की आवश्यकता है।
सर्वर द्वारा 511 Error कोड में दिये गए Response में उन resource का लिंक होना चाहिए जो Client को अपने Credentials सबमिट करने की आज्ञा देता हो।
Frequently Ask Questions
- HTTP स्टेटस Codes कौन issue करता है?
सभी HTTP Status Codes Server द्वारा भेजे जाते हैं जो Client को बताते हैं कि कोई Request पूरी हो सकती है या नहीं।
- HTTP Status Code 403 क्या है?
403 Error Code या Status Code सर्वर द्वारा तब भेजा जाता है जब Client को Request किए गए Content को Access करने का अधिकार नहीं होता है। इसे 403 Forbidden Error भी कहते हैं।
Conclusion :
HTTP Response status codes आपकी साइट के Users और सर्च इंजन बॉट को ब्राउज़र और सर्वर के बीच होने वाली प्रतिक्रियाओं के बारे में संदेश देते हैं।
सर्वर से आने वाले HTTP Status Codes और उनके Errors को समझ लेने से हम आसानी से अपनी साइट के उन Content और URL को ठीक कर सकते हैं जो या तो वेब ब्राउज़र में सही से दिखाई नहीं देते या सर्वर पर हैं ही नहीं। कभी कभी कुछ content के सर्च इंजिन द्वारा index ना होने के कारण भी 404 Error दिखाई देता है।
अगर Users या Visitors को बार-बार आपकी साइट में कंटैंट के बदले ये HTTP Error दिखाई देंगे तो जल्द ही वे आपकी साइट पर आना बंद कर देंगे और आपकी साइट का बाउन्स रेट बढ़ जाएगा। यह SEO के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसी और अन्य दिक्कतों से बचने के लिए HTTP Status Codes और Errors को पहचान कर उन्हे जल्दी से ठीक कर लेना चाहिए।