SEO Kya Hai: Full Guide SEO in Hindi

अगर आप ब्लॉगिंग से जुड़े हैं या कोई नई वैबसाइट शुरू करना चाहते हैं तो “SEO Kya Hai” आर्टिक्ल को पढ़ने के बाद आपको SEO की सभी जानकारी हो जाएगी। SEO ना सिर्फ ब्लॉगिंग के लिए बल्कि e-commerce, और इंटरनेट पर पब्लिश किए जाने वाले सभी प्रकार के content के लिए बहुत जरूरी है। आइए सबसे पहले जानते हैं कि SEO किसे कहते हैं?

Search Engine Market में Google की हिस्सेदारी 87.8% है। 2021 में, संयुक्त राज्य की अनुमानित 90.8 प्रतिशत आबादी ने इंटरनेट का उपयोग किया। इसे दूसरे तरीके से रखने के लिए, समझदार मार्केटिंग का पैसा Google search में लगाया जाता है।

हालांकि, traditional advertising और pay par click (PPC) के विपरीत, आप इस पर केवल पैसा नहीं फेंक सकते और जीतने की उम्मीद नहीं कर सकते। सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) में प्रतिस्पर्धा करने के लिए, आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि SEO Kya Hai और इसमें रणनीतिक रूप से कैसे निवेश किया जाए।

SEO Kya Hai?

Search engine optimization (SEO) ऐसी तकनीकें हैं जिनके माध्यम से हम अपनी वेबसाइट और उसके pages को सर्च रिज़ल्ट की रैंकिंग में सुधार लाकर टॉप पर ले जाने का प्रयास करते हैं। इसके माध्यम से हम अपनी वैबसाइट पर अधिक Organic ट्रैफ़िक प्राप्त करते हैं।

दूसरे शब्दों में कहें तो सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन या SEO वह उपाय हैं जिनसे हम अपनी वैबसाइट को लगातार optimize करके Google जैसे लोकप्रिय सर्च इंजनों के ऑर्गेनिक सर्च परिणामों में उच्च रैंकिंग प्राप्त करते हैं।

SEO समय के साथ-साथ ज्यादा complex होता जा रहा है और किसी भी कंपनी की marketing strategy का एक अहम हिस्सा बन चुका है। SEO के बारे में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सिर्फ वैबसाइट को सर्च इंजिन के अनुसार optimize करने तक सीमित नहीं है।

बल्कि SEO हमें यह भी जानने की मदद करता है कि लोग क्या और कितना सर्च करते हैं। लोगों को इंटरनेट पर किस तरह की जानकारियाँ चाहिए और किस रूप में चाहिए। उदाहरण के लिए VisualSearch की डिमांड अब समय के साथ-साथ बढ़ती जा रही है। यानि लोग पढ़ने के साथ-साथ विडियो और संबन्धित फोटो देखने में भी रुचि ले रहे हैं।

हालांकि गूगल जैसे सर्च इंजन में paid advertising(PPC)के जरिये भी आपकी वैबसाइट और उसका कंटैंट टॉप Ranking में आ जाता है। लेकिन उसके लिए पैसे देने पड़ते हैं। जबकि SEO का उपयोग कुछ इस तरह किया जाता है कि गूगल या दूसरे सर्च इंजन अपने आप यानि Organic Search Results में आपके content को टॉप पर दिखाएँ।

SEO और PPC दोनों ही Search Engine Marketing का हिस्सा माने जाते हैं।हाइ क्वालिटी कंटैंट क्रिएट करना, कीवर्ड रिसर्च, कंटेंट क्रिएशन, लिंक बिल्डिंग और टेक्निकल ऑडिट जैसी चीजें SEO का हिस्सा मानी जाती हैं।

SEO कैसे काम करता है?

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि SEO अगर ठीक से लागू किया जाए तो Google आपकी वैबसाइट के Content को High Qualityमानने लगता है जिससे उसकी वैल्यू बढ़ जाती है। अब सवाल ये उठता है कि Google, Bing, DuckDuckGo या दूसरे सर्च Engine कैसे किसी Website को Rank करते हैं?

इस सवाल के जवाब में ही “SEO कैसे काम करता है” इसका भी जवाब है। सर्च engine के अपने Algorithms या programme होते हैं जिनके माध्यम से वो वैबसाइट में पब्लिश होने वाले सभी Content को पढ़ते हैं और उन्हे जान लेते है।

अब उस content के बारे में अगर कोई User सर्च करता है तो सर्च engine की कोशिश होती है कि User को सबसे सही, सटीक, पूरी और बेहतर जानकारी दे। बस यहीं से search engine webpages को अलग-अलग तरीके से और अलग-अलग मानदंडों से Rank करने लगते हैं।

जो webpage या कंटैंट सर्च इंजिन के लिए बेहतर होगा, वह उतना ही सर्च रिज़ल्ट में ऊपर जाएगा।

उदाहरण के लिए अगर किसी Article के Title में उस Title के विषय को शामिल किया गया है तो गूगल या दूसरे सर्च इंजिन आसानी से यह जान जाएंगे कि वह किस टॉपिक की बात कर रहा है।

Search Engine किसी भी Content को उसकी Quality और Credibility के हिसाब से Rank करता है।

Types Of SEO in Hindi?

SEO तीन प्रकार के होते हैं:

  1. On-PageSEO
  2. Off-PageSEO
  3. TechnicalSEO

हालांकि SEO के कुछ और भी Classification होते हैं लेकिन वे उतने Relevant नहीं हैं। ये तीनों ही एक साथ मिलकर किसी Web page को सर्च ranking में ऊपर ले जाने का काम करते हैं। आइये इन तीनों के बारे में डीटेल में जानते हैं।

On-Page SEO Kya Hai?

On-page SEO को on-site SEO भी कहा जाता है। इसमें किसी वेब page या वैबसाइट के दिखने वाले कंटैंट को Optimise किया जाता है ताकि वो सर्च में सबसे टॉप पर आ सके। इसमें HTML source code भी शामिल होता है और ज्यादा सर्च किए जाने वाले Keywords की भी तलाश कर उन्हे शामिल किया जाता है।

किसी वैबसाइट की डिज़ाइन को user friendly बनाना भी On-page SEO का ही हिस्सा है। यह बात तो Google भी मान चुका है कि कोई वैबसाइट अगर ज्यादा User-friendly है तो सर्च Ranking में उसका स्थान अपने आप ऊपर या टॉप पर हो जाता है।

Relevant, Clear और पूरी जानकारी के साथ कंटैंट को develop करना और चुनिन्दा Keywords को अपने webpage के महत्वपूर्ण जगहों पर जैसे Title, Meta description, और Main content के भीतर उपयोग करना होता है।

On-Page SEO में इन बातों का ध्यान रखा जाता है:
  1. कंटैंट की गुणवत्ता या Quality of content-जो लोग ब्लॉगिंग में नए हैं उन्हे यह जान लेना चाहिए की अब किसी भी कंटैंट को Organic सर्च Ranking में टॉप पर ले जाना उतना आसान नहीं रह गया है जितना पहले होता था। इसके लिए आपको उन टॉप पर पहले से मौजूद articles या content से कम से कम 10 गुना बेहतर Content तैयार करना होगा। इसे “10x content” Strategy कहा जाता है।

सभी टोपिक्स या विषयों की “niches are oversaturated”और उनसे ऊपर निकलने का सिर्फ एक ही तरीका है कि उनसे बेहतर और ज्यादा user-friendly Content तैयार किया जाए।यह बात भी ध्यान रखें कि सिर्फ शब्दों की अधिक संख्या से आपकी रैंकिंग में सुधार नहीं होगा।Quantity के साथ Quality भी जरूरी है। बेहतर गुणवत्ता केलिए ये करें:

  • अधिक Up-to-date जानकारी और डेटा अपने वैबसाइट में शामिल करें। व्याकरण की गलतियाँ ना होने दें।
  • किसी भी टॉपिक को अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में ज्यादा अच्छे से कवर करें
  • Original, well researched, high qualityऔर आकर्षक कंटैंट के साथ-साथ दूसरे Relevant sources से Link करें
  • कंटेंट की लम्बाई या Content length: ऐसा माना जाता है और कई रिसर्च में भी सामने आया है कि 2,000 शब्दों वाली पोस्ट Google में बेहतर रैंक करती हैं। इससे ज्यादा हो और relevant हो तो और अच्छा।
  • बेहतर डिजाइन: कोई भी ऐसी website नहीं पसंद करेगा जो देखने में या उपयोग करने में अच्छी ना लगे या Outdated हो। Google Rankings में ये एक महत्वपूर्ण पहलू होता है। अपने web pages के लिए unique layout का उपयोग करें और illustrations, infographics, charts, screenshots, videos,और social मीडिया को अपने कंटैंट में शामिल करें।
  • Content Update करते रहें: कोई भी webpage कितना भी Relevant क्यों ना हो लेकिन समय के साथ उसकी प्रासंगिकता कम होने लगती है। उसमें दिया Dataभी पुराना होने लगता है। सर्च Result में अपनी रंकिंग को बनाए रखने के लिए उसे Regular अपडेट करते रहे। अपनी वैबसाइट को हमेशा अद्यतन रखना On-Page SEO का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  • Webpage के Title में कीवर्ड शामिल करें: इसके बिना आपका कंटैंट Google के लिए उतना relevant नहीं रह जाएगा। Keywords Subheadings और content के बीच में अच्छी तरह से जुड़े होने चाहिए।

Off-Page SEO Kya Hai?

Off-Page SEO आपकी वैबसाइट में वो सभी तरीके होते हैं जो वैबसाइट से बाहर होते हैं। यह सिर्फ लिंक प्राप्त करने तक सीमित नहीं होता है। इनके उपयोग से सर्च इंजिन ranking में pages को टॉप पर ले जाने में मदद मिलती है। दूसरे शब्दों में-

ऑफ-पेज SEO उन सभी SEO गतिविधियों को शामिल करता है जो वेबसाइट की सीमाओं के बाहर होती हैं। इसमें सबसे प्रमुख Link building होता है। निम्नलिखित को Off-Page SEO में शामिल किया जाता है:

  • social media marketing
  • LinkBuilding
  • Blog Posting
  • CustomerReviews

Technical SEO क्या है?

Technical SEO वह प्रक्रिया है जिसकी मदद से Search Engine आपकी वैबसाइट को खोजने, crawl करने, समझन, and index करने में सहायता मिलती है। Technical SEO में नीचे दी गई चीजों पर ध्यान दिया जाता है:

  • PageSpeed
  • Add internal links
  • Add schema markup
  • UseofHTTPS
  • Mobile friendliness

Organic और Paid सर्च रिज़ल्ट क्या होते हैं?

Google और Bing सर्च engine जब किसी खोज परिणाम को अपने Algorithms के पैमाने पर नापकर स्वतः Rank कर के सरशते हैं तो उन सर्च Results को Organic Search Results कहा जाता है। इसमें कंटैंट को उसके Quality और Credibility के आधार पर Rank किया जाता है।

जबकि PaidSearchResult में किसी Keyword पर पैसे देकर या दूसरे शब्दों में विज्ञापन के जरिये अपने content को सर्च में टॉप लाया जाता है।

Keyword Research क्या होती है और कैसे की जाती है?

Google और Bing जैसे सर्च engine में पूछे या खोजे जाने वाले सवालों या जानकारियों से ही Keywords बनते हैं। जब आप अपने webpages को उन सर्च किए जाने वाले खोज प्रश्नों के हिसाब से Optimize करते हैं तो आपका webpage उन Keywords के लिए सर्च Ranking में टॉप पर आने लगता है।

इसीलिए कीवर्ड को SEO की नींव कहा जाता है। मान लीजिये कि आप जो लिख रहे हैं उसे कोई सर्च कर के पढ़ने वाला ही ना हो तो उससे आपको कोई  traffic नहीं मिलेगा।

  • keyword research से आप content strategy में उन profitable keyword के आस-पास ही कंटैंट तैयार करेंगे जो ज्यादा सर्च किए जाते हैं और जिनपर ज्यादा Traffic मिलता है।
  • Keyword Research करने का सबसे आसान तरीका Google Suggestions हैं। जब आप किसी विषय पर आर्टिक्ल तैयार कर रहे हों तो उसटॉपिक को Google पर type कर दें। उस टॉपिक के साथ गूगल उससे मिलते जुलते कई Suggestions देगा। यानि Google सीधे SERP में कई कीवर्ड सुझाव देता है।
  • Google में People Also Ask, Related Searches और Google Autocomplete जैसे Features Keyword ढूँढने के बढ़िया उपाय हैं। ये सभी फ्री होते हैं।
  • Keyword रिसर्च के कुछ Paid services भी होती हैं जो कई डिजिटल कंपनियाँ प्रदान करती हैं। Ubersuggest और Ahrefs Keyword रिसर्च प्रदान करने वाली दो कंपनियाँ हैं।

इंटरनेट पर ऐसे कई मुफ़्त कीवर्ड टूल हैं जो आपको कीवर्ड के आधार पर सैकड़ों आइडिया (खोज किए जाने वाले शब्द) दे सकते हैं। लेकिन मुफ़्त होने के कारण वे बहुत सीमित होते हैं।Keyword Research के महत्वपूर्ण tools:

  1. Google Keyword Planner
  2. Ahref
  3. Ubersuggest
  4. SEMrush

Link Building और Backlinks क्या होते हैं?

Link Building समझने से पहले ये जान लीजिये कि जिन वेबसाइटों में ज्यादा लिंक होते हैं उन्हें सर्च इंजिन “आधिकारिक” मानते है और उन्हें Google में उच्च रैंकिंग आसानी से मिल जाती है। अगर आपकी साइट पर दूसरी मान्य Websites से Traffic/Visitors नहीं आ रहे या उनमें आपके Content के लिंक नहीं है तो आप शायद बहुत अच्छी रैंक हासिल नहीं कर पाएंगे।

Link building क्या है?

लिंक बिल्डिंग वह प्रक्रिया है जिससे दूसरी वेबसाइटों को आपकी वेबसाइट के पृष्ठों से लिंक किया जाता है ताकि उन्हें Google सर्च परिणामों में उच्च रैंक मिल सके।

Google Link के सहारे यह पता लगता है कि कौन सा पृष्ठ खोज परिणामों के शीर्ष पर रैंकिंग के योग्य है। SEO Experts मानते हैं कि ज्यादा बैकलिंक्स वाले पृष्ठ खोज परिणामों में उच्च रैंक प्राप्त करते हैं।

Guest blogging, Link inserts, Testimonials & Case studies, Image link building, Skyscraper technique और Broken link building जैसे तरीके लिंक बिल्डिंग के उपाय हैं।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि Backlink किसी ऐसी वैबसाइट से ना लें जो Black Hat SEO का सहारा ले रहा हो या जिसकी विश्वनीयता पर संदेह हो।

Black hat SEO और White hat SEO क्या है?

“White hat SEO” उन तकनीकों को कहा जाता है जो सर्च engine के नियमों और Rules का पालन करते हुए Website को Optimize करके High Ranking प्राप्त करने में सहायता करती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य अपनी वैबसाइट को लोगों तक अधिक उपयुक्त और Relevant तरीके से पेश करना होता है।

“Black hat SEO”उन तकनीकों और रणनीतियों को कहा जाता है जो Search Engines (खोज इंजनों) को मूर्ख बनाकर या धोखा देकर अपने उद्देश्य पूरा करती हैं। “Black hat SEO” कुछ देर के लिए सफल तो हो सकता है लेकिन इसमें वेबसाइटों को दंडित या डी-इंडेक्स (सर्च engine के खोज परिणामों से हटा दिया जाना) किए जाने का खतरा हमेशा रहता है।

जो लोग ब्लैक हैट SEO का उपयोग करते हैं वे जल्दी से रैंक करने के लिए कीवर्ड स्टफिंग (keyword stuffing )और लिंक स्क्रैपिंग (link scraping) जैसे तरीकों का उपयोग करते हैं।

Important SEO Terms

  • Keyword:
  • Backlinks:
  • KeywordDensity:
  • SERPs:
  • Featured snippets:
निष्कर्ष-SEO क्या है?:

SEO फ्रेंडली कंटेंट लिखना webpages को High Ranking दिलाने की पहली शर्त है। आप Blogger हैं या किसी भी तरह की website चलाते हैं तो SEO Kya Hai जानना आवश्यक है। चाहे इसे आप खुद करें या SEO Experts रखें लेकिन SEO के बिना Search Engine Rankings में टॉप पर जाना और High Traffic पान संभव नहीं है।SEO, Search Engine Marketing का हिस्सा है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

  1. Q 1. SEO क्या होता है?

    उत्तर: सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन या SEO वह उपाय हैं जिनसे हम अपनी वैबसाइट को लगातार optimize करके अपने Webpages को सर्च रिज़ल्ट की रैंकिंग में टॉप पर ले जाने का प्रयास करते हैं।

  2. Q 2. SEO tools क्या होते हैं?

    उत्तर: SEOtools उन services को कहा जाता है जो हमें वैबसाइट में SEOImplement करने में सहायता करते हैं। KeywordResearchTools इसके उदाहरण हैं। YoastSEO भी ऐसा ही एक SEO टूल है जो WORDPRESS में उपयोग किया जाता है।

  3. Q 3. Keyword Research क्या होती है?

    उत्तर: KeywordResearch का मतलब उन शब्दों और शब्द समूहों की खोज करना होता जो अक्सर सर्च किए जाते हैं और जिनपर आप अपना content लिखना चाहते हैं। Search Engineमें लोग क्या टाइप कर रहे हैं, इसका पता लगाने का एकमात्र तरीका KeywordResearchहै।

  4. Q 4.SEO कितने Type का होता है?

    उत्तर: GenerallySEO तीन तरह का होता है-On-PageSEO,Off-PageSEO और TechnicalSEO, कुछ लोग लोकल SEO की भी गणना करते हैं।

  5. Q 5.SEO का Full Form क्या होता है?

    उत्तर: Search Engine Optimisation.

RISHABH KOLHE
RISHABH KOLHE

मैं इस ब्लॉग का संस्थापक हूं, मैंने 2017 में अपनी डिजिटल मार्केटिंग यात्रा शुरू की थी। पहले, मैंने अपने करियर की शुरुआत Culturelligence में SEO से की, फिर कुछ समय बाद, मैंने डिजिटल मार्केटिंग के बारे में और सीखा। मैंने एक US -आधारित मानव संसाधन संगठन, Agile PeopleOps के साथ एक डिजिटल मार्केटर के रूप में काम किया। अब मैं WealthyWork में काम कर रहा हूं, हम सभी डिजिटल मार्केटिंग सेवाओं में विशेषज्ञता रखते हैं।

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